वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह पुलिस को लगातार चकमा दे रहा है. वह एक शहर से दूसरे शहर और एक राज्य से दूसरे राज्य भाग रहा है, लेकिन पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ सका है. अब अमृतपाल सिंह को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आ रही है.
बताया जा रहा है कि 23 मार्च को अमृतपाल उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में था. पंजाब पुलिस के सूत्रों के मुताबिक टेक्निकल इनपुट यही बता रहे हैं कि अमृतपाल लखीमपुर खीरी में था. इससे पहले एक सूचना आई थी कि अमृतपाल साधू के भेष में दिल्ली के ISBT (Inter-State Bus Terminus) बस अड्डे पहुंचा था.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि अमृतपाल या उसके सहयोगी पप्पलप्रीत का कोई सुराग नहीं मिला है. हालांकि ये भी नहीं क्लियर हुआ है कि दोनों दिल्ली आए थे या नहीं. छानबीन करने के बाद पंजाब पुलिस सीसीटीवी फुटेज का डाटा लेकर लौट गई.
पुलिस से बचकर यहां-वहां भागते हुए अमृतपाल हरियाणा भी पहुंचा था. अमृतपाल सिंह को हरियाणा में अपने घर में पनाह देने वाली महिला बलजीत कौर ने कहा, “मैं अमृतपाल को नहीं जानती थी, पप्पलप्रीत को जानती हूं. उससे इंस्टाग्राम के जरिए परिचय हुआ था. वही रात में अमृतपाल को लेकर मेरे घर आया था.
दोनों ने खाना भी खाया था. इसी दौरान जब उसने (अमृतपाल) नकाब हटाया तो मैंने चेहरा देखा था और पहचान गई थी. दोनों नॉर्मल लग रहे थे.” बलजीत ने बताया था कि अमृतपाल ने मेरा फोन इस्तेमाल किया. अगले दिन वो सुबह जल्दी उठा था और चाय पी. वो घर में रहा जबकि पप्पलप्रीत बाहर टहलने गया था.
इसके बाद करीब 1:30 बजे दोनों घर से निकल गए थे. जाने से पहले उसने मेरे मोबाइल में कुछ सर्च किया था. उसने ये नहीं बताया कि कहां जा रहा है. उसके जाने के बाद मुझे इस बात का अहसास हुआ कि मैं फंस गई हूं. अमृतपाल ने पगड़ी पहन रखी थी और उसका चेहरा ढंका हुआ था.
इसके अलावा मुझे कुछ नहीं पता.” बताया ये भी जा रहा है कि अमृतपाल पटियाला में हो सकता है. क्योंकि उसका एक नया सीटीटीवी फुटेज सामने आया है. इसकी लोकेशन पटियाला बताई जा रही है. ये फुटेज एक महिला के घर की पास है. यहां पर उसे एक्टिवा प्रोवाइड करवाई गई थी.
इसमें अमृतपाल जैकेट में दिखाई दे रहा है. वारिस दे पंजाब’ प्रमुख अमृतपाल सिंह फरार है. अमृतसर के पास अजनाला पुलिस थाने पर हुए हमले के बाद पंजाब पुलिस को उसकी तलाश है. पुलिस ने आरोपी और उसके सहयोगियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू की है. उसके कई सहयोगियों को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.