उमेश पाल हत्याकांड में फरार असद अहमद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने अधिकारियों की तारीफ की. इसके साथ ही सीएम ने कानून व्यवस्था पर बड़ी बैठक बुलाई है. CM योगी ने यूपी एसटीएफ (UP STF) के साथ-साथ डीजीपी (DGP),
स्पेशल डीजी (Special DG) कानून व्यवस्था तथा पूरी टीम की सराहना की है. प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने इस एनकाउंटर की जानकारी CM को दी. इस पूरे मामले CM के सामने रिपोर्ट रखी गई. माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे: CM Yogi. उमेश पाल हत्याकांड के बाद प्रदेश
की कानून व्यवस्था को लेकर 27 फरवरी को विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जिस अतीक अहमद के खिलाफ पीड़ित परिवारों ने मुकदमा दर्ज कराया है. वो समाजवादी पार्टी के द्वारा पोषित माफिया है. माफियाओं को मिट्टी में मिला देंगे. उन्होंने कहा कि हमने अतीक की कमर तोड़ने का काम किया है.
सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये पेशेवर माफियाओं और अपराधियों के सरपरस्त हैं. इनके रग-रग में अपराध भरा हुआ है. पूरा प्रदेश इस बात को जानता है. समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने कहा था कि उस माफिया को आपने विधायक बनाया. बाद में सांसद बनाया.
ये चोरी और सीनाजोरी करने का काम कर रहे हैं. माफिया किसी भी पार्टी का हो, हमारी सरकार उसकी कमर तोड़ने का काम करेगी. उमेश की पत्नी और मां ने किया है सीएम योगी का धन्यवाद. जैसे ही असद अहमद और मोहम्मद गुलाम के एनकाउंटर की खबर उमेश की पत्नी जया
और मां शांति पाल की मिली तो उन लोगों की आंखों में आंसू आ गए. उमेश की पत्नी जया पाल ने हाथ जोड़कर सीएम योगी का धन्यवाद किया है. जया ने कहा है कि मुख्यमंत्री हमारे पिता समान है. उन्होंने जो किया वह अच्छा किया है, बेटी के सुहाग के कातिलों को सजा दिलाई,
इंसाफ हो रहा है, आगे भी इंसाफ मिलेगा. पुलिसकर्मियों ने भी अच्छा काम किया है. मुख्यमंत्री पर सब कुछ छोड़ा है. प्रशासन न्याय दिला रहा है. जो हो रहा है वो अच्छा हो रहा है. ईश्वर ने जो किया अच्छा किया है.” वहीं उमेश पाल की मां शांति देवी ने बेटे के हत्यारों का एनकाउंटर होने पर कहा कि आज पुलिस ने जो किया है,
इसी तरह सरकार करती रहे, मेरे बेटे की आत्मा को शांति मिलेगी. – कहां हुआ एनकाउंटर ? असद और गुलाम का एनकाउंटर आज झांसी से 30 किलोमीटर दूर बड़ागांव और चिरगांव के पास हुआ. ये झांसी और कानपुर हाइवे पर स्थित है. बताया जा रहा है कि असद और मोहम्मद गुलाम पारीछा बांध के पास छिपे बैठे थे.
तभी पुलिस ने उन्हें घेर लिया, जब पुलिस ने उन्हें सरेंडर करने को कहा तो उन्होंने फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में दोनों ढेर हो गए. – किसने किया एनकाउंटर ? डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल के नेतृत्व में यूपी एसटीएफ की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया. नवेंदु कुमार, डिप्टी एसपी विमल कुमार के अलावा एनकाउंटर करने वाली टीम में डिप्टी निरीक्षक अनिल कुमार सिंह, निरीक्षक ज्ञानेंद्र कुमार राय, उप निरीक्षक विनय तिवारी, मुख्य आरक्षक पंकज तिवारी, सोनू यादव, सुशील कुमार, भूपेंद्र सिंह, कमांडो अरविंद कुमार, कमांडो दिलीप कुमार यादव शामिल थे.
असद के पास थी पिस्टल. – पुलिस को असद के पास क्या क्या मिला? पुलिस को असद और गुलाम के पास से अत्याधुनिक विदेशी हथियार, ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर 455 बोर, वाल्थर पी 88 पिस्टल 7.63 बोर बरामद की गई. एक बाइक भी दोनों के पास मिली है. कैसे असद तक पहुंची पुलिस? झांसी में अतीक अहमद के पुराने करीबी ने असद और मोहम्मद गुलाम को पनाह दी थी. पुलिस ने पिछले दिनों झांसी से 2 मददगारों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी. अतीक के गुजरात से प्रयागराज आते वक्त झांसी में कई करीबी पुलिस काफिले के पीछे चल रहे थे. किस केस में आरोपी था असद? प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या की गई थी.
इस केस में अतीक, उसका भाई अशरफ, असद और अन्य शूटर आरोपी थे. पुलिस ने असद समेत 5 शूटरों पर 5-5 लाख का इनाम घोषित किया था. 24 फरवरी से फरार था असद. प्रयागराज में 24 फरवरी को दिनदहाड़े राजूपाल हत्याकांड में गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी. उमेश पाल जब अपने घर जा रहे थे, तब गली के बाहर कार से निकलते वक्त उन पर शूटरों ने फायरिंग कर दी थी. इस दौरान बम भी फेंके गए थे. इस हमले में उमेश पाल और उनके दो गनर्स की मौत हो गई थी. राजूपाल की हत्या 2005 में की गई थी. इसका आरोप अतीक और उसके भाई अशरफ पर लगा था. उमेश पाल की पत्नी ने इस मामले में अतीक, उसके भाई अशरफ समेत 9 लोगों पर मामला दर्ज कराया है.पुलिस इस मामले में अतीक के बेटे असद समेत 5 शूटरों की तलाश में जुटी थी. असद ने पूरे हत्याकांड की कमान संभाल रखी थी. उमेश के हत्याकांड के सीसीटीवी फुटेज में असद हथियार लिए हुए नजर आया था. इसके बाद से पुलिस के रडार पर था.