नई दिल्ली। आप प्रकृति प्रेमी हैं और प्रकृति की गोद में समय बिताना चाहते हैं तो आपके लिए केरल सबसे अच्छा जगह है। अगर छुट्टी की योजना बना रहे हैं तो केरल में पर्यटकों के लिए बहुत कुछ है जैसे बीच (समुद्र तट) और जंगल के रंगबिरंगे प्राकृतिक नजारे। केरल में कई आकर्षण है जैसे पर्वत-पहाड़, घास के मैदानों, चाय के बगान और वन्यजीव। केरल में इन जगहों पर यात्रा कर आप जोश और उत्साह से भर जाएंगे। क्योंकि यहां कि प्राकृतिक सुंदरता को देखकर आपको काफी संतुष्टि और आनंद मिलता है। केरल में ट्रैकिंग का आनंद उठाने के इन जगहों पर जाया जा सकता है।

मुन्नार
मुन्नार केरल का एक ख़ूबसूरत हिल स्टेशन है। मुन्नार में दक्षिणी भारत की सबसे ऊंची चोटी अनामुडी है जिसकी ऊंचाई लगभग 2695 मीटर है। यह चोटी अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण ट्रैकिंग के लिए सही स्थान है। यहां ट्रैकिंग के रास्ते में इराविकुलम नेशनल पार्क है। यह अभयारण्य नीलगिरी की जाति को बचाने के लिए स्थापित किया गया था। मुन्नार में चाय की खेती सर्वाधिक रूप से की जाती है। वनों और हरे घास के मैदानों में नीलकुरंजी नामक फूल पाया जाता है। यह फूल बारह वर्षो में केवल एक बार पूरी पहाड़ी को नीला कर देता है। वन विभाग से अनुमति लेकर अनामुडी पर चढ़ाई की जाती है।
अगस्त्यकूडम
पश्चिमी घाट का शानदार चोटी अगस्त्यकूडम एक तीक्ष्ण शंकु के रूप में 1890 मी. की ऊंचाई पर स्थित है। बोनाकॉड से लगभग 61 किमी की दूरी तक ट्रैकिंग कर सकते हैं। इसके चारों ओर घने वन घिरे हैं। एक मान्यता के अनुसार यह चोटी ऋषि अगस्त्य का निवास स्थल हुआ करता था। इस शिखर यानी चोटी पर महिलाओं को चढ़ने की अनुमति नहीं है। इस चोटी पर दुर्लभ जड़ी-बूटियां तथा वनस्पतियां पाई जाती हैं। इसकी ढालों पर नीलकुरंजी के रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं। नीलकुरंजी एक ऐसा फूल है जो बारह वर्षो में एक बार खिलता है।
चेंब्रा
चेंब्रा चोटी वायनाड जिले में मेप्पड्या शहर के पास स्थित है और यह इस जिले की सबसे ऊंची चोटी है। यह चोटी समुद्र स्तर से 2100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह चोटी पश्चिमी घाटी का एक हिस्सा है। इस चोटी को वायनाड के किसी भी हिस्से से देखा जा सकता है। यह पर्यटकों का पसंदीदा ट्रैकिंग जगह है। कुछ जंगली जानवरों इस शिखर पर होते हैं। ट्रेकर को उन्हें देखने का मौका मिल सकता है।
चिम्मिनी
केरल के त्रिशूर जिले स्थित चेम्मिनी वन्यजीव अभयारण्य पक्षियों पर नजर रखने का सही ठिकाने है। ट्रेकर अभयारण्य के बाहरी इलाके से यात्रा कर सकते हैं। घने जंगलों के माध्यम से यात्रा करना जंगल प्रेमियों के लिए एक अच्छा विकल्प है। यहां पुंडा चोटी उच्चतम बिंदु है। चिम्मिनी में ट्रैकिंग कार्यक्रम वन विभाग द्वारा आयोजित किया जाता है। यहां अक्टूबर-मार्च यात्रा के लिए सबसे अच्छा समय है।
पयथल माला
केरल के कन्नूर जिले में एक हिल स्टेशन पयथल माला स्थित है जो घने जंगलों से पूरे तरह घिरा हुआ है। यह पश्चिमी घाट का हिस्सा है। यहां पशुओं और पेड़-पौधों की कई विविध प्रजातियां पाई जाती हैं। इस क्षेत्र में पर्यटक 6 किमी. की दूरी तक चोटी से पहाड़ी पर ट्रैकिंग कर सकते हैं। पर्यटकों को घाटियों पर दिखने वाले अद्भूत नजारे प्राकृति शांति का अनुभव कराता है। यहां एक प्राचीन महल है जो पुराने जमाने के आदिवासी शासक (वैथलकॉन) के नाम पर है। इसी के नाम पर हिल स्टेशन पर स्थित है। पयथल माला को वैटल माला के नाम से भी जाना जाता है।

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