सोमनाथ और गुजरात का सफेद रेगिस्तान

नई दिल्ली: ऐतिहासिक लूट और पुनर्निर्माण की कहानी लिए गुजरात का सोमनाथ मंदिर हमेशा से विदेशी सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। इस भव्य मंदिर को हम भगवान शिव के बारहवें ज्योतिर्लिग के नाम से भी जानते हैं। यह जगह केवल मंदिर के लिए नहीं बल्कि अन्य पर्यटन केंद्रों के लिए भी विश्वविख्यात है। सोमनाथ में अन्य पर्यटन और तीर्थ स्थलों में अहिल्याबाई मंदिर, सूरज मंदिर, त्रिवेणी घाट, प्रभास पाटन संग्रहालय और जूनागढ़ गेट शामिल हैं।

आप गुजरात आएं और आपने कच्छ नहीं देखा तो समझों की कुछ नहीं देखा। कच्छ को सफेद रेगिस्तान का नाम दिया गया है। लगभग 16 वर्ग किलोमीटर में फैला यह क्षेत्र अपने नमक उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। अगर आप मानसून के समय कच्छ की ओर रुख करते हैं तो आपको और ज्यादा मजा आएगा। द्वारका हिंदुओं के चार धामों और सप्त पुरियों में से एक गुजरात की द्वारिकापुरी मोक्ष तीर्थ के रूप में जानी जाती है। पूर्णावतार श्रीकृष्ण के आदेश पर विश्वकर्मा ने इस नगरी का निर्माण किया था जिसके बाद भगवान श्रीकृष्ण ने मथुरा से सब यादवों को लाकर यहां बसाया था। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर पूरी दुनिया से श्रद्धालु इस तीर्थस्थल की ओर रुख करते हैं।

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