नेशनल डेस्क: क्या आप भी खुद का व्यवसाय शुरू करने का सपना देख रहे हैं? तो उत्तर प्रदेश सरकार का ‘मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना’ आपके लिए एक सुनहरा अवसर बनकर सामने आई है।
इस योजना के तहत राज्य के युवाओं को बिना ब्याज के 5 लाख रुपये तक का लोन दिया जा रहा है, जिससे वे अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें।
यह योजना न केवल यूपी के युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का मौका दे रही है, बल्कि बड़े पैमाने पर रोजगार भी उत्पन्न कर रही है। मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का असर:
यूपी में मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना का जबरदस्त असर दिख रहा है। इस योजना के तहत हर साल 1 लाख युवाओं को लोन देने का लक्ष्य रखा गया है। इस बार यूपी के महाराजगंज जिले ने
सबसे ज्यादा लोन मंजूरी पाने में सफलता प्राप्त की है। जिले को 1000 प्रोजेक्ट का टारगेट मिला था, लेकिन यहां 1028 प्रोजेक्ट को मंजूरी मिली और 911 युवाओं को लोन मिला।
महाराजगंज ने लोन मंजूरी में 102.80% का आंकड़ा छुआ, जो इस योजना की सफलता का प्रतीक है।
कौन-कौन से जिले हैं टॉप में?
महाराजगंज के अलावा, अंबेडकरनगर, श्रावस्ती, कन्नौज और रामपुर जैसे जिले भी टॉप फाइव में शामिल हैं।
टॉप-20 जिलों में ललितपुर, भदोही, रायबरेली, बहराइच और सिद्धार्थनगर जैसे जिले भी शामिल हैं, जहां बड़ी संख्या में युवाओं ने इस योजना का लाभ उठाया है।
कैसे मिल सकता है लोन?
मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के तहत 21 से 40 साल के युवा बिना ब्याज के 5 लाख रुपये तक का लोन लेकर अपना व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
खास बात यह है कि इस लोन पर न तो ब्याज देना होता है और न ही पहले छह महीनों तक EMI चुकानी होती है। इस योजना में 650 से अधिक प्रोजेक्ट विकल्प दिए गए हैं, और युवाओं को ट्रेनिंग देकर अपने प्रोजेक्ट की रिपोर्ट तैयार करने का मौका भी मिलता है।
बैंक लोन देने में सबसे आगे: SBI
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) इस योजना में सबसे आगे रहा है। SBI ने 33,970 आवेदन प्राप्त किए, जिनमें से 7,159 आवेदन मंजूर हुए और 4,532 युवाओं को लोन दिया गया।
इसके अलावा, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन बैंक, पीएनबी और यूपी ग्रामीण बैंक ने भी बड़ी संख्या में युवाओं को लोन दिया है। तो, अगर आप भी इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो अब भी समय है। 8वीं कक्षा पास युवा भी इस लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं और अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।