भारती एयरटेल और टाटा ग्रुप के बीच एक सौदे को लेकर बातचीत चल रही है। अब इसकी पुष्टि हो गई है और ऐसा खुद कंपनी ने ही किया है। एयरटेल ने आज एक्सचेंज
फाइलिंग में खुलासा किया कि सब्सिडरी भारती टेलीमीडिया और टाटा प्ले के DTH (डायरेक्ट-टू-होम) बिजनेस के विलय के लिए बातचीत चल रही है। हालांकि कंपनी ने यह भी कहा कि यह बातचीत अभी शुरुआती अवस्था में ही है।
इससे पहले सूत्रों के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया था कि टाटा प्ले और एयरटेल डिजिल टीवी का विलय होने वाला है। विलय के बाद बनी कंपनी में कितनी हिस्सेदारी होगी Airtel की?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक टाटा ग्रुप और भारती एयरटेल के बीच मर्जर स्वैप के जरिए सौदे को लेकर बातचीत हो रही है। विलय के बाद बनने वाली कंपनी में एयरटेल की हिस्सेदारी 50 फीसदी से अधिक हो सकती है।
इस विलय के जरिए एयरटेल को नॉन-मोबाइल सेगमेंट में अपने रेवेन्यू को बढ़ाने में मदद मिलेगी। विलय के बाद जो कंपनी बनेगी, उसे एयरटेल का सीनियर मैनेजमेंट संभालेगा और टाटा के पास नॉन-बाइंडिंग एग्रीमेंट के तहत बोर्ड की दो सीट रहेगी।
विलय के बाद बनी कंपनी की वैल्यू 7 हजार करोड़ रुपये रह सकती है और डिज्नी के पास इसके शेयर बने रहेंगे। टाटा स्काई ने अपनी सर्विसेज वर्ष 2004 में टाटा सन्स और रूपर्ट मर्डोक की 21st Century Fox के ज्वाइंट वेंचर के रूप में की थी।
मार्च 2019 में वाल्ट डिज्नी ने 21st Century Fox की हिस्सेदारी खरीद ली। फिर वर्ष 2022 में डीटीएच कंपनी को टाटा प्ले के रूप में नए सिरे से लाया गया। इस विलय से एयरटेल को टाटा प्ले के कनेक्शंस के जरिए करीब 2 करोड़ घरों का एक्सेस मिल जाएगा।
विलय से एक ही सब्सक्रिप्शन में ब्रॉडबैंड, टेलीकॉम और डीटीएच प्लान लाया जा सकेगा। यह सौदा अगर होता है तो वीडियोकॉन डी2एच और डिश टीवी के वर्ष 2016 में विलय के बाद इस सेगमेंट की दूसरी सबसे बड़ी डील होगी।