राम मंदिर का 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होने वाला है. इससे पहले बयानबाजी तेज हो गई है. इसी बीच पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने बड़ा बयान दिया है.
उन्होंने कहा, “लोकसभा इलेक्शन से पहले राम मंदिर बड़ा हथकंडा है. मैं अल्लाह की कसम खाती हूं, जब तक मैं हूं, हिंदू-मुसलमान के नाम पर बंटवारा नहीं होने दूंगी.
“उन्होंने आगे कहा, “कुछ लोग कह रहे हैं कि मैं माफियाओं की लीडर हूं. जनता मेरी नेता है मैं उनकी कार्यकर्ता हूं. हम भाजपा के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेंगे.”
वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी टीएमसी लीडर शाहजहां शेख को लेकर भाजपा के निशाने पर हैं. शेख वही नेता हैं जिनके यहां ED ने रेड मारा था और
उसपर हमला हो गया था, जसमें ईडी के तीन अधिकारी घायल हो गए थे.ईडी पर हमले के बाद बीजेपी ने साधा निशाना ईडी पर हमले के बाद बीजेपी ने TMC पर हमला बोला था.
बीजेपी ने कहा था, “ममता बनर्जी ने जितने भी उग्रवादी हैं सबको शरण दी हुई हैं. शाहजहां शेख को CPM ने इस्तेमाल किया,
लेकिन ममता बनर्जी ने उन्हें TMC का ब्लॉक चीफ बना दिया. बंगाल में कानून की स्थिति खराब है.” हालांकि बीजेपी के इल्जामों का ममता ने 8 जनवरी को भी जवाब दिया था.
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर पलटवार करते कहा था, “कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने वाले लोग पश्चिम बंगाल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.
मुझे अपने खिलाफ आलोचनाओं की कोई परवाह नहीं है, लेकिन अगर कोई प्रदेश को बदनाम करने की कोशिश करेगा तो मैं विरोध करूंगी. कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने वाले लोग राज्य को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं.”