भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच बढ़ती गर्मी और सुरक्षा परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए देश के विभिन्न राज्यों ने स्कूलों के संचालन में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।
जहां एक ओर दिल्ली जैसे बड़े महानगरों में रेमेडियल क्लासेस के जरिए सीनियर छात्रों की पढ़ाई सुनिश्चित की जा रही है। वहीं पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों ने संभावित खतरे को भांपते
हुए एक सप्ताह पहले ही स्कूलों में गर्मी की छुट्टियों की घोषणा कर दी है। सूत्रों का कहना है कि आने वाले दिनों में यदि मौसम और राजनीतिक स्थिति और अधिक गंभीर होती है तो अन्य राज्यों में भी इसी तरह के कदम उठाए जा सकते हैं।
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच मौसम ने बदला माहौल
देश की राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में इस समय भीषण गर्मी का दौर शुरू हो चुका है। उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक हर राज्य में तापमान में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।
हालांकि हाल ही में आंधी और बारिश के चलते मौसम में थोड़ी राहत जरूर मिली थी, लेकिन यह राहत लंबे समय तक प्रभावी नहीं है। दूसरी ओर भारत पाकिस्तान में बढ़ रहे
तनाव को देखते हुए सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल ने स्कूलों में एक सप्ताह पहले गर्मी की छुट्टियां घोषित कर दी हैं। इसके साथ ही दिल्ली में भी समर वेकेशन की घोषणा हो चुकी है।
इसके अनुसार 11 मई से 30 जून तक दिल्ली के सभी सरकारी स्कूल बंद रहेंगे। हालांकि यह आदेश निजी स्कूलों पर लागू नहीं होता है। दिल्ली शिक्षा निदेशालय ने राजधानी के सभी स्कूलों के लिए गर्मी की छुट्टियों का कार्यक्रम घोषित कर दिया है।
निदेशालय के अनुसार, दिल्ली के सभी सरकारी स्कूल 11 मई 2025 से लेकर 30 जून 2025 तक बंद रहेंगे। हालांकि, यह केवल जून के अंत तक सीमित नहीं है।
यदि जून के बाद भी तापमान में कोई कमी नहीं आती है और गर्मी का प्रभाव जारी रहता है, तो छुट्टियों को आगे भी बढ़ाया जा सकता है।
ऐसी स्थिति में ऑनलाइन कक्षाओं की संभावना भी जताई जा रही है। यह दिशा-निर्देश केवल सरकारी स्कूलों के लिए लागू होगा, जबकि निजी स्कूल अपने हिसाब से निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र होंगे।