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शराब को लेकर तेजस्वी यादव चौंकाने वाला ऐलान बोले अगर में जीता तो जितना चाहे उतना

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक दलों द्वारा चुनावी वादों की झड़ी लगाई जा रही है। मंगलवार को विपक्षी इंडिया गठबंधन ने चुनावी घोषणा पत्र जारी किया है। जिसको नाम ‘तेजस्वी प्रण पत्र’ दिया है।

इसमें तेजस्वी यादव के 20 प्रण शामिल हैं। इससे पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार को सारण जिले के परसा में एक चुनावी रैली की।

इस रैली में तेजस्‍वी यादव एनडीए गठबंधन और प्रशांत किशोर पर जमकर बरसे। इसके साथ ही उन्‍होंने बिहार की जनता से वादा किया कि यदि बिहार में ‘इंडिया’ गठबंधन सत्ता में आता है,

तो ताड़ी को शराबबंदी कानून से बाहर कर दिया जाएगा और ताड़ी पर से पाबंदी हटा दी जाएगी। गौरतलब है कि तेजस्वी यादव बिहार विधान सभा चुनावों में महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं।

उन्‍होंने इस रैली में राज्‍य की एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्‍होंने रैली को संबोधित करते हुए कहा हमें दीजिए एक मौक़ा, नौकरी मिलेगी पक्का, आपके भरोसे का लगाऊँगा छक्का!

तेजस्‍वी यादव ने वोटरों से की अपील
तेजस्‍वी यादव ने कहा, “सारण में हर दिन हत्या, लूट, अपहरण और डकैती हो रही है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कोई फर्क नहीं पड़ता।

वे कभी पीड़ितों से मिलने भी नहीं जाते। यह सरकार की संवेदनहीनता है।” तेजस्वी ने जनता से महागठबंधन को वोट देने की अपील की,

ताकि राज्य में बेहतर कानून-व्यवस्था, रोजगार और शिकायतों का त्वरित समाधान सुनिश्चित हो सके।
तेजस्वी यादव ने अपने चुनावी वादों को दोहराते हुए कहा कि अगर महागठबंधन की सरकार बनती है,

तो प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। सारण की दूसरी रैली में उन्होंने कहा, “बिहार की जनता महंगाई और बेरोजगारी से परेशान है। उन्हें ऐसी सरकार चाहिए जो ‘पढ़ाई, दवाई, कमाई और सिंचाई’ यानी बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और सिंचाई सुविधाएं दे सके।”

तेजस्वी यादव ने एक बार फिर दोहराया कि रोजगार ही उनकी राजनीति का मुख्य केंद्र है। उन्होंने याद दिलाया कि 2020 में 10 लाख नौकरियों के उनके वादे पर जनता ने भरोसा दिखाया था,

और उपमुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने 5 लाख नौकरियां दी भी थीं। तेजस्वी ने गठबंधन के आगामी घोषणापत्र को ‘परिवर्तन का रोडमैप’ बताया। उन्होंने कहा कि यह एक ‘विजन डॉक्यूमेंट’ है, जिसे ‘तेजस्वी प्रण पत्र’ के नाम से जनता के सामने रखें हैं।

प्रशांत किशोर नेता नहीं कंसल्टेंट हैं
महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के दावेदार तेजस्वी यादव ने इससे पहले एक इंटरव्‍यू में जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर पर भी उन्होंने तीखी टिप्पणी की।

“वह कोई नेता नहीं, बल्कि एक कंसल्टेंट हैं।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि किशोर कभी जनता के बीच नहीं रहे, और वास्तविक राजनीति जमीनी जुड़ाव से बनती है, न कि मीडिया में दिए गए बयानों से।