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दिल्ली में अब नही बनेगा मुस्लिम समाज का ये त्योहार,दिल्ली की सरकार ने लगाई रोक

दिल्ली में हिंदू-मुस्लिम एकता की प्रतीक बन चुके एक खास त्योहार ‘फूलवालों की सैर’ पर इस साल ब्रेक लग गया है। 200 साल पुरानी परंपरा को समय पर अनुमति नहीं मिलने

से आयोजकों ने इसे रद्द करने की बात कही है। इसको लेकर आम आदमी पार्टी भड़क उठी है। ‘आप’ के दिल्ली संयोजक और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने

आक्रोश जाहिर करते हुए कहा कि भाजपा की सरकार में एक-एक करके सभी अच्छे काम बंद किए जा रहे हैं। अंग्रेजों ने 1942 में ‘फूलवालों की सैर’ को बंद किया था,

अब भाजपा सरकार ने इसे बंद किया है।’ आयोजकों का कहना है कि मुगलकाल से चले आ रहे इस वार्षिक आयोजन को दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की ओर से अनुमति नहीं दी गई है।

मेहरौली के आम बाग में इसके आयोजन के लिए उन्हें अनुमति नहीं मिली है। उन्होंने दावा किया कि जमीन को लेकर डीडीए और वन विभाग के बीच दुविधा की वजह से अनुमति की प्रक्रिया अटक गई।

अंजुमन सैर-ए-गुल फरोशान के प्रतिनिधियों का कहना है कि इस बार दोनों विभाग एक दूसरे के पास जाने को कहते रहे। तंग आकर उन्होंने इस साल त्योहार को रद्द करने का फैसला किया।

बताया जाता है कि इसकी शुरुआत 1812 में मुगल शासक अकबर शाह द्वतीय के दौर में हुई थी। यह 1942 तक निर्बाध रूप से चलता रहा,

लेकिन अंग्रेजों ने इस पर रोक लगा दी। केंद्र सरकार के सहयोग के बाद इसे 1962 में फिर से शुरू किया गया। जहाज महाल के पास पार्क में इसका हर साल आयोजन होता रहा।

इस उत्सव में हिंदू और मुस्लिम दोनों मिलकर योगमाया मंदिर और ख्वाजा बख्तियार काकी की दरगाह पर फूलों के पंखे और चादर चढ़ाते हैं। तीन दिवसीय इस उत्सव में शहनाई और नर्तकों के नेतृत्व में एक जुलूस निकाला जाता है। सांस्कृतिक कार्यक्रम, कव्वाली और पारंपरिक मेले का भी आयोजन होता है।
भड़की आप ने भाजपा को कोसा

आप नेता सौरभ भारद्वाज ने भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए एक्स पर लिखा, ‘दिल्ली में शताब्दियों से चल रहे , धार्मिक सौहार्द के त्योहार ‘फूलवालों की सैर’ को इस वर्ष से बंद किया जा रहा है। भाजपा की सरकार में एक एक करके सभी अच्छे काम बंद किए जा रहे हैं।

अंग्रेज अपनी डिवाइड एंड रूल की नीति के तहत नहीं चाहते थे कि हिंदू मुस्लिम में प्यार और भाईचारा रहे। अंग्रेज हमें धर्म के नाम पर लड़ाते थे ताकि भारत कमजोर रहे। अंग्रेज़ों ने 1942 में ‘फूलवालों की सैर’ को बंद किया था , अब भाजपा सरकार ने इसे बंद किया है। इस दिन मुस्लिम समुदाय योगमाया मंदिर में फूलों के पंखे चढ़ाते है और हिंदू दरगाह में फूलों की चादर चढ़ाते हैं।’