खुश रहना मानव के स्वभाव में जन्मजात होता है. हम सब कहते है की बचपन के दिन हम कितने खुश थे.लेकिन जैसे जैसे दुनिया को समझने लगते है वैसे हमारी अंदर की ख़ुशी कम होने लगती है.क्योंकि हमारे जीवन में कई घटनाएं होती है जिनके कारण हमारे मन की खुशिया बुझने लगती है.इस भागदौड़ की जिंदगी में हम ख़ुशी से रहना भूल जाते है.यहाँ कुछ खुश लोगों की आदते सामने रखने जा रहे है.१.हमेशा अच्छाई की खोज में रहते है:  मानवी स्वभाव हर बार नकारार्थी चीज को जल्द खींच लेती है है.इसी को एक्सपर्ट्स नेगेटिव ब्लास के नाम से जानते है. अधिकतर लोग दूसरों की काम पर ध्यान देते है और दूसरों की अच्छे के तरफ देखते नहीं।लेकिन खुश रहनेवाले लोग हमेशा हर चीज में दूसरों में अच्छा खोजते है.क्योंकि उनका मानना है की जो होता है वो अच्छा है. लोगों की बात के अलावा आप को अच्छे सिफरफ लोगों में नहीं देखनी चाहिए,बल्कि हर एक परिस्थिति में अच्छाई देखनी चाहिए।इसके लिए उदाहरण के तौर पर समझा लेते है.अगर जॉब का अपना इंटरव्यू अच्छा नहीं गया, तो समझिये की आपको और ज्यादा अच्छी नौकरी मिलनी वाली है.

२.माफ़ करना और माफ़ी मांगना: हर किसी का ईगो होता है जो जाने अनजाने में हर्ट होता है.लेकिन खुश रहनेवाले लोग किसी भी बात को दिल से नहीं लगाते।वो माफ़ करना जानते है.साथ ही ऐसे लोगों से गलती होने से माफ़ी माँगने से कई कतराते  नहीं।क्योंकि ईगो से लाइफ व्यर्थ होती है.खुश रहने वाले लोग सॉरी बोलने में कंजूसी नहीं मानते।३.चारों तरफ से स्ट्रांग सपोर्ट तैयार करते है: किसी भी आदमी को खुश रहने के लिए दो चीज़े खुश होना बहुत जरुरी है.वो दो चीजे परिवार और दोस्त है.जिनके खुश होने से आप कभी दुखी नहीं हो सकते।अगर आपके पास चाहे कितन भी दौलत हो और परिवार और दोस्त खुश नहीं है , तो आप कभी खुश नहीं रह सकते। जिंदगी में फॅमिली और फ्रेंड्स को कभी ग्रांटेड नहीं लेना चाहिए। एक मजबूत रिलेशनशिप बनाने के लिए अपने सभी चीजों से उठकर ऊपर देखना पड़ता है.दूसरों की केयर करनी पड़ती है.हमेशा रिलेशन बेहतर बनाने की कोशिश करे.

४.मन का काम करना और काम में मन लगाना: अगर आप आपके मन का काम कर रहे है, तो आप ज्यादा खुश रह सकेंगे।लेकिन सभी को मनपसंद जॉब या बिज़नेस नहीं मिलता।लेकिन खुश रहनेवाले लोग हमेशा उनको मिले काम में खुश रहते है और साथ ही अपना मनपसंदीदा काम करने की कोशिश करते है.कई लोग काम की बुराई पर हमेशा डंका पीटते है.वो ऐसा बोलकर अपनी ज़िन्दगी परेशान कर देते है.लेकिन खुश रहनेवाले लोग चीजे सकारात्मकता से लेते है.५.दिमाग में आनेवाले विचार पर यकीं नहीं करते: वैज्ञानिकों के अनुसार एक आदमी के अंदर दिन में ६०००० विचार आते है जिनमे से अधिकतर नेगेटिव रहते है.इसके कारण अगर आप दिमाग में अधिकतर नकारात्मक विचार लेते रहे तो आप खुश नहीं रह सकेंगे।इसके कारण खुश रहनेवाले लोग नेगेटिव थॉटस को पनपने नहीं देते। जब आप नकारात्मक को सच मान लेते है तो आपका ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है और आप परेशां हो जाते हो.

६. जीवन या काम किसी बड़े उद्द्येश से जोड़ना: एक बार एक बूढ़े मनुष्य ने तीन मजदूरों से सवाल किये जो ईमारत बनवा रहे थे. मजदूरों को सवाल में पूछा की आप क्या कर रहे हो. तब पहले मजदूर ने कहा की दिखता नहीं मैं इट धो रहा हु. दूसरे मजदूर ने कहा की मई अपने परिवार के लिए काम कर रहा हु.तीसरे ने जवाब दिया की मै इस शहर के भव्य मंदिर को बना रहा हूँ.इससे आप समझ सकते है की ज्यादा खुश कौन हु.७.चीजों को खुद जिम्मेदार मानना: खुश रहनेवाली व्यक्ति अपने जीवन की हर जिम्मेदारी अपने आप पर लेते है चाहे वो अच्छा हो या बुरा।वो अपनी जीवन में घटी किसी भी घटना के लिए दूसरों को जिम्मेदार नहीं ठहराते।चाहे वो अपने सफलता का क्रेडिट दूसरों को देते है लेकिन अपयश को खुद वजह मानते है.जब आप अपने जिंदगी में हर चीज को जिम्मेदार मानते हो तब शायद आप थोडासा निराश होंगे लेकिन फिर से नयी एनर्जी से काम करने में जुट जाओगे।

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