योग गुरु बाबा रामदेव हमेशा ही लोगों को योग के बारे में जानकारी देते रहते हैं लेकिन इस समय तो उन्होंने एक एक पदार्थ को धार्मिक फंडिंग से जोड़कर एक विवाद खड़ा कर दिया है.
रामदेव ने दावा किया है कि एक कंपनी शरबत बेचती हैं और कमाई से मदरसे और मस्जिद बन जाते हैं पतंजलि के गुलाब शरबत का प्रचार करते हुए रामदेव ने यह सब बातें कही थी.
बाबा रामदेव ने पतंजलि शरबत की कमाई से गुरुकुल और भारतीय शिक्षा के विकास की बातें भी कही उन्होंने यहां तक भी कहा कि शरबत जिहाद की बात करते हुए
इससे बचने का आग्रह तक किया बाबा रामदेव ने अन्य के पदार्थ की तुलना टॉयलेट क्लीनर से भी की है. वही सोशल मीडिया पर पतंजलि ने लोगों को ऐसे पर पदार्थ से बचने की सलाह दी है
रामदेव ने किसी भी ड्रिंक का नाम तो नहीं लिया लेकिन इशारा रूह अफजा की ओर था रूह अफजा को साल 1906 में हकीम हाफिज अब्दुल मजीद ने तैयार किया था ऐसे में गर्मी से राहत देने के लिए इसको तैयार किया गया था.
आपको बता दे कि हमदर्द लैबोरेट्रीज का सालाना कारोबार लगभग 70 मिलियन डॉलर का होता है और कमाई का बड़ा हिस्सा धर्मात उद्देश्यों के लिए दिया जाता है.